A Secret Weapon For shiv chalisa lyricsl
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पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
अर्थ: हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका ब्रह्मा आदि देवता भी भेद न जान सके, हे शिव आपकी जय हो। जो भी इस पाठ को मन लगाकर करेगा, शिव शम्भु उनकी रक्षा करेंगें, आपकी कृपा उन पर बरसेगी।
लोकनाथं, शोक – शूल – निर्मूलिनं, शूलिनं मोह – तम – भूरि – भानुं ।
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
अर्थ: हे प्रभू आपके समान दानी और कोई नहीं है, सेवक आपकी सदा से प्रार्थना करते आए हैं। हे प्रभु आपका भेद सिर्फ आप ही जानते हैं, क्योंकि आप अनादि काल से विद्यमान हैं, आपके बारे में वर्णन नहीं किया जा सकता है, आप अकथ हैं। आपकी महिमा का गान करने में तो वेद भी समर्थ नहीं हैं।
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥
पाठ करे सो पावन हारी ॥ पुत्र हीन कर इच्छा जोई ।
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
देवन जबहीं जाय shiv chalisa in hindi पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥